कुल पेज दृश्य

सोमवार, 24 जुलाई 2017

लवर्स ऑफ फ्लेवर
14 जून २०१७ 
(एक बेहतरीन रोमांटिक ऐड शॉर्ट फ़िल्म )
हरे भरे खेतों से बेहतरीन अनाज की परख, माँ के हाँथ की रेसिपी का अनुभव और लज़ीज़ खाने से दिल में उतरने का हुनर टीआरएस (देव) बखूबी जानता है । लंदन में बीते आठ सालों में जमा खर्च लम्हों के साथ खट्टे हो चुके प्रेम की टीस ढो रही अनुषा से देव कुछ ही मुलाकातों में फिर से प्रेम का फ्लेवर बो देता है। 
*******************
पार्ट -1
अनुषा की माँ के घर में बची खुची तूर दाल का जल जाना, देव का अचानक मसूर दाल के साथ घर में दस्तक देना.... देव का अनुषा को काम वाली समझना , और अनुषा का देव को नमक वाला पानी पिलाना...इस प्यारी दोनों को नजदीक लाती चुहल के साथ देव का बेझिझक बेधड़क रसोईं पर कब्जा कर लेना, अनजान लोगों की पहली मुलाकात, तड़के वाली मसूर दाल से दो प्याज़ा हो चली।
*******************
पार्ट -2
अनुषा से अनु होने तक की कई मुलाकातों का सफर, माँ के न रहने से और तेज़ होना चाहता है। एक रोज़ गरजते बादलों के साथ खुली खिड़की पर अनु की आंखों से माँ की याद बरसने लगती है। इस बार वो रसोई के लिए रवा लाता है। देव और अनुषा की हथेलियां मुट्ठी भर भुने गर्म रवे को लड्डू का आकार देने लगती हैं। दोनों की लिपटती हथेलियां उन्हें दूर किसी दूसरे संसार में ले जाएं उससे पहले देव लड्डू पर किशमिश रख कर उस यात्रा को तोड़ता है, उसे हरे भरे खेत में सीने से लगा अपने होने का भरोसा दिलाता है।
*****************
पार्ट -3
देव दो सरप्राइज़ के साथ याद में खोई अनुषा की खामोशी को तोड़ता है। पहला अनुषा के बालों को उसके मनपसंद फूल जैस्मीन के गजरे से सजा देता है। दूसरा रसोईं के लिए इस बार उसके पास बढ़िया छोले होते हैं। अनुषा की चना मसाला की ख्वाहिश पर दोनों जैसे ही रसोईं की तरफ बढ़ते हैं, गरम मसाले का खाली डिब्बा दोनों की मुलाकातों और अनकही जज़्बातों के सिलसिले को तोड़ने वाला था। देव झट से गरम मसाला लेने बाज़ार की ओर जाता है, जब वापस लौटता है तो अपने ही समकक्ष किसी अन्य आदमी को अनुषा के इंतज़ार में खड़ा पाता है। देव मसाले को उस आदमी के हाँथ में पकड़ा कर दूर खड़ा आड़ से देखता रहता है। अनुषा सजी संवरी देव के लिए उस अजनबी आदमी से लिपट जाती है। अनुषा के हाँथ से बना चना मसाला खुशबू देव की ही दे रहा था। वो भागती है देव के पीछे पर देव निकल जाता है किसी अनाज की तलाश में। अनुषा और उसके हाँथ टिफिन में चना मसाले की खुशबू कैद किये इंतज़ार में जड़ हो जाते हैं ।
**************
टी आर एस(देव) की भूमिका में Manav Kaul
अनुषा की भूमिका में Anupriya Goenka

कोई टिप्पणी नहीं:

मैं आ रहा हूं ... #imamdasta

  जो सिनेमा हमारे नज़दीक के थिएटर या ओ टी टी प्लेटफार्म पर पहुंचता है । वह हम दर्शकों को तश्तरी में परसा हुआ मिलता है । 150 से लेकर 600 रुपए...