कुल पेज दृश्य
बुधवार, 17 अक्टूबर 2018
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
आधा चुप आधा बुत !
काम का भूखा हूँ पैसों से सूखा हूँ आधा चुप आधा बुत घूमता फिरता हूँ मैं बाज़ार में बेंचता अपना माल और हुनर इनसानियत की आड़ में बहुत कुछ दे आ...
-
रानीखेत….रानीखेत से यूँही कुछ 20 किलोमीटर की दूरी पर एक गाँव है सौनी, वही सौनी जिसकी हर एक ईंट पर स्वर्गाश्रम बिनसर महादेव का आशीर्वाद है...
-
भारत का नागरिक होने के नाते मैं और मेरी नागरिकता मुझसे सवाल नहीं करती मैं हिन्द देश का नागरिक हिंदू परिवार का हिंदुस्तान यूं ही नहीं बना म...
-
"चेतावनी - यह कहानी केवल वयस्क लोगों के लिए है । कहानी के कुछ प्रसंग एडल्ट की श्रेणी के हैं । कृपया बच्चे या किशोर इसे न पढ़ें । "...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें