जमीन पर उगता पौधा
नहीं जानता
उसे किसके हिस्से उगना है !
वह बेलौस उगता
हवा पानी पाकर
कांटे फूल फल बन
मिलता मिट्टी में देर सबेर ।
मैं गया था और लौट आया सकुशल बगैर किसी शारीरिक क्षति और धार्मिक ठेस के घनी बस्ती की संकरी गलियों की नालियों में कहीं खून का एक कतरा न दिखा ...
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