भीड़ में एक आदमी
गुम होता है
जैसे भेड़ों में एक आदमी
आदम युग से
सीखता आया है आदमी
गुम होना
और भेड़ों को हांकना
भेड़िया भेड़ के भेष में
भीड़ को रिझाता है
उठा लाता है
किसी एक भेड़ को
दिखाने भेड़ियों के झुंड
सहमी भेड़
लाती है रोज
एक और भेड़ को
भेंट में
भीड़ छटने लगती है
भेड़िए के भेष में
भेड़ का चेहरा
साफ होता जाता है !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें